डिजिटल इंडिया कारपोरेशन एक नॉट-फॉर-प्रॉफिट संगठन है जो इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कंपनी एक्ट 2013 के सेक्शन 8 के अंतर्गत स्थापित की गई है। इस कंपनी का नाम पूर्व में 'मीडिया लैब एशिया' था। 8 सितम्बर 2017 से इसका नाम 'डिजिटल इंडिया कारपोरेशन' हो गया है।
डिजिटल इंडिया कारपोरेशन डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नेतृत्व और मार्गदर्शन करती है। ई-गवर्नेंस प्रोजेक्टों के लिए क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग), सर्वोत्तम प्रथाओं (बेस्ट प्रॅक्टिसेज़) को स्थापित करवाने, निजी कंपनियों के साथ मिलकर सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप - पीपीपी) को बढ़ावा देने, विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार एवं प्रौद्योगिकी (इन्नोवेशन एंड टेक्नोलॉजी) को उपयोग में लाने के माध्यम से डिजिटल इंडिया के मिशन को साकार करने के लिए यह मंत्रालयों को / केंद्रीय / राज्य विभागों को सम्बल प्रदान करती है। लंबे समय तक संगठन की स्वायत्तता और व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए, डीआईसी उद्योगों के सहयोग एवं उनके साथ साझेदारी भी करेगी जिससे सेवा वितरण के लिए अर्थप्राप्ति-आधारित मॉडल (रेवेन्यू बेस्ड मॉडल) को विकसित किया जा सके।
इन कार्यों को पूरा करने के लिए डिजिटल इंडिया कारपोरेशन प्रतिभाशील प्रोफेशनल्स और संसाधनों - दोनों को सरकारी एवं निजी क्षेत्रों से आकृष्ट करेगी। प्रतिभा का यह न्यायसंगत मिश्रण को सुनिश्चित करेगा कि डिजिटल इंडिया की परियोजनाओं को सफल बनाने के लिए सरकार के पास यथोचित संसाधन व्यापकता से उपलब्ध हैं ।
डिजिटल इंडिया कारपोरेशन के पास निम्नलिखित उत्तरदायित्व हैं:
भारत सरकार को इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के माध्यम से दिशा एवं सहयोग प्रदान करना जिससे वह डिजिटल इंडिया की पहल और नीतियों को कार्यान्वित कर सके और परियोजनाओं का सञ्चालन सुचारु रूप से कर सके। विभिन्न माध्यमों से डिजिटल पेमेंट समेत डिजिटल ट्रांसैक्शन्स को बढ़ावा देना।
उत्तरदायित्व, क्षमता, दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए प्रगतिशील ई-गवर्नेंस रणनीतियों को तैयार करने में केंद्र के साथ-साथ राज्यों और अन्य हितधारकों की मदद करना।
इन्नोवेशन को प्रचलित करते हुए नागरिकों के सशक्तिकरण के लिए डिजिटल पहल के द्वारा मॉडल्स को विकसित करना और सोशल मीडिया सहित विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से सरकार के साथ नागरिकों को जोड़कर सहभागी अभिशासन को प्रचलित करना।
मीडिया लैब एशिया के बोर्ड ने श्री रवि शंकर प्रसाद, माननीय मंत्री, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं विधि एवं न्याय मंत्रालय, की अध्यक्षता के अंतर्गत 16th मई 2017 को अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को डिजिटल इंडिया विज़न के अनुसार संरेखित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया था।
इस कंपनी के 6 विभाग निम्नलिखित हैं :
प्रौद्योगिकी विकास और परिनियोजन विभाग (टीडीडीडी)
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Last Modified: Friday 09-06-2023