M4Agri

M4एग्री

यह परियोजना डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी), नई दिल्ली द्वारा केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन कॉलेज, सेलेसिह, आइजोल, मिजोरम और मत्स्य पालन कॉलेज, अगरतला, त्रिपुरा के सहयोग से कार्यान्वित की गई थी।
परियोजना को स्थानीय कृषक समुदाय से अधिक परिचित कराने के लिए इसे स्थानीय नाम "रान वुल्हटुटे थियान" (पशुधन/पशुपालन का मित्र) और "मत्स्य वार्ता" (मत्स्य का अर्थ मछली और वार्ता का अर्थ वार्तालाप) दिया गया है। सलाहकारी सेवाएँ स्थानीय भाषाओं/बोलियों में मोबाइल आधारित कृषि-सलाहकार प्रणाली के माध्यम से प्रदान की गईं। मिज़ोरम में मिज़ो, त्रिपुरा में बंगाली और कोकबोरोक।

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विशेष विशेषताएँ

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